गुरु बिनु एसी कौन करे || माला तिलक मनोहर बानो ले शिरछत्र धरे || १ ||
भाव्सागारतें बुडत राखे दीपक हाथधरे सूरस्याम गुरु एसो समरथ छिन में ली उद्धरे || २ ||