Padh of the Day

Ushnakal – 11 – Mohan Jevat Chak Saloni

मोहन जेंवत छाक सलोनी ||
सखन सहित हुलसे दोऊभैया
झटपट करते दोनी || १ ||

आछे आछे फलले चाखत चाहत हरिकी कोनी ||
परमानंदप्रभु कहत सखनसों
पहिलेकरलेहु पोनी || २ ||